इस खिलाड़ी ने कहा- "टीम इंडिया में शामिल होने के लिए अच्छा प्रदर्शन करना ही काफी नहीं होता", आई ये चौंकाने वाली बात
News 24Hours Hub: संजू सैमसन को ऐसे वक्त में भी खेलने का मौका नहीं दिया जब ऋषभ पंत एक्सीडेंट की वजह से लंबे समय तक टीम इंडिया से बाहर रहने वाले है और मैनेजमेंट के पास अच्छे विकेटकीपर बल्लेबाजों के ऑप्शन भी नहीं हैं. संजू सैमसन ने पिछले लगभग 8 साल से भारत के लिए अभी तक सिर्फ 28 इंटरनेशनल मैच ही खेले हैं. संजू सैमसन को भारतीय टीम में कभी अंदर तो कभी बाहर होना पड़ता है.
अच्छे प्रदर्शन के बाद संजू को क्यों टीम इंडिया में नहीं मिलती जगह
28 वर्षीय संजू सैमसन को बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में नहीं चुनकर बहुत बड़ी नाइसांफी की है. संजू सैमसन को बीसीसीआई पिछले कुछ समय से लगातार नजरअंदाज कर रही है. इससे साफ होता है कि संजू सैमसन बीसीसीआई की हाथ की कठपुतली बन कर रह गए हैं.
संजू सैमसन ने भारत के लिए साल 2015 में अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी, तब से लेकर अभी तक उनका टीम इंडिया से अंदर-बाहर होने का सिलसिला चल रहा है. संजू सैमसन ने पिछले लगभग 8 साल से भारत के लिए अभी तक सिर्फ 28 इंटरनेशनल मैच ही खेले हैं. संजू सैमसन विस्फोटक बल्लेबाज, बेहतरीन विकेटकीपर होने के अलावा फील्डिंग में भी बहुत बड़ा योगदान देते हैं.
सामने आई ये चौंकाने वाली वजह
भारत की टीम में इन दिनों विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को मौके दिए जा रहे हैं, लेकिन वह इन सभी मौकों पर खरे नहीं उतर सके है. ईशान किशन के वनडे में दोहरे शतक को छोड़ दे तो उन्होंने टीम इंडिया के लिए पिछली 10 पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है.
न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले महीने खेली गई तीन मैचों की वनडे सीरीज में ईशान किशन किसी भी मैच में दहाई के आंकड़े को भी नहीं छू पाए हैं. ऐसे में सवाल यह उठता कि आखिर संजू सैमसन की जगह ईशान किशन को ज्यादा मौके क्यों दिए जा रहे हैं.
जानें नाइंसाफी का कारण
BCCI के पूर्व चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा ने स्टिंग ऑपरेशन के दौरान कहा था, 'संजू सैमसन अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. अगर हम संजू सैमसन को टीम में सेलेक्ट नहीं करते तो ट्विटर पर हमें लोग उड़ा देते हैं.'
वहीं टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा था, 'संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी को कम से कम 10 मैच हर हाल में देना चाहिए.' संजू सैमसन ने भारत के लिए 11 वनडे मैचों में 330 रन बनाए हैं, जिसमें 2 अर्धशतक शामिल हैं. संजू सैमसन ने 17 टी20 मैचों में 301 रन बनाए है.
टी20 मैचों में संजू सैमसन ने केवल एक ही अर्धशतक लगाया है. किसी भी क्रिकेटर के लिए टीम इंडिया से बाहर होना बहुत दर्दनाक होता है, क्योंकि इसके बाद दोबारा भारतीय टीम में वापसी करना बहुत मुश्किल होता है. एक से बढ़कर एक टैलेंटेड खिलाड़ियों की मौजूदगी के कारण भारतीय टीम के सेलेक्शन में तगड़ा कम्पटीशन देखने को मिलता है.
संभावित टीम इंडिया
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, केएल राहुल, ईशान किशन (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या (उपकप्तान), रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, वॉशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, जयदेव उनादकट
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज
पहला वनडे मैच, 17 मार्च, दोपहर 1.30 बजे, मुंबई
दूसरा वनडे मैच, 19 मार्च, दोपहर 1.30 बजे, विशाखापत्तनम
तीसरा वनडे मैच, 22 मार्च, दोपहर 1.30 बजे, चेन्नई
इस खिलाड़ी ने कहा- "टीम इंडिया में शामिल होने के लिए अच्छा प्रदर्शन करना ही काफी नहीं होता", आई ये चौंकाने वाली बात
संजू सैमसन एक अच्छे विकेटकीपर बल्लेबाज है, उन्होंने जितने भी मैच खेले है सभी में शानदार प्रदर्शन दिखाया है. इसके बावजूद भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 17 मार्च से शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया है.
संजू सैमसन को ऐसे वक्त में भी खेलने का मौका नहीं दिया जब ऋषभ पंत एक्सीडेंट की वजह से लंबे समय तक टीम इंडिया से बाहर रहने वाले है और मैनेजमेंट के पास अच्छे विकेटकीपर बल्लेबाजों के ऑप्शन भी नहीं हैं. संजू सैमसन ने पिछले लगभग 8 साल से भारत के लिए अभी तक सिर्फ 28 इंटरनेशनल मैच ही खेले हैं. संजू सैमसन को भारतीय टीम में कभी अंदर तो कभी बाहर होना पड़ता है.
अच्छे प्रदर्शन के बाद संजू को क्यों टीम इंडिया में नहीं मिलती जगह
28 वर्षीय संजू सैमसन को बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में नहीं चुनकर बहुत बड़ी नाइसांफी की है. संजू सैमसन को बीसीसीआई पिछले कुछ समय से लगातार नजरअंदाज कर रही है. इससे साफ होता है कि संजू सैमसन बीसीसीआई की हाथ की कठपुतली बन कर रह गए हैं.
संजू सैमसन ने भारत के लिए साल 2015 में अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी, तब से लेकर अभी तक उनका टीम इंडिया से अंदर-बाहर होने का सिलसिला चल रहा है. संजू सैमसन ने पिछले लगभग 8 साल से भारत के लिए अभी तक सिर्फ 28 इंटरनेशनल मैच ही खेले हैं. संजू सैमसन विस्फोटक बल्लेबाज, बेहतरीन विकेटकीपर होने के अलावा फील्डिंग में भी बहुत बड़ा योगदान देते हैं.
सामने आई ये चौंकाने वाली वजह
भारत की टीम में इन दिनों विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को मौके दिए जा रहे हैं, लेकिन वह इन सभी मौकों पर खरे नहीं उतर सके है. ईशान किशन के वनडे में दोहरे शतक को छोड़ दे तो उन्होंने टीम इंडिया के लिए पिछली 10 पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है.
न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले महीने खेली गई तीन मैचों की वनडे सीरीज में ईशान किशन किसी भी मैच में दहाई के आंकड़े को भी नहीं छू पाए हैं. ऐसे में सवाल यह उठता कि आखिर संजू सैमसन की जगह ईशान किशन को ज्यादा मौके क्यों दिए जा रहे हैं.
जानें नाइंसाफी का कारण
BCCI के पूर्व चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा ने स्टिंग ऑपरेशन के दौरान कहा था, 'संजू सैमसन अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. अगर हम संजू सैमसन को टीम में सेलेक्ट नहीं करते तो ट्विटर पर हमें लोग उड़ा देते हैं.'
वहीं टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा था, 'संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी को कम से कम 10 मैच हर हाल में देना चाहिए.' संजू सैमसन ने भारत के लिए 11 वनडे मैचों में 330 रन बनाए हैं, जिसमें 2 अर्धशतक शामिल हैं. संजू सैमसन ने 17 टी20 मैचों में 301 रन बनाए है.
टी20 मैचों में संजू सैमसन ने केवल एक ही अर्धशतक लगाया है. किसी भी क्रिकेटर के लिए टीम इंडिया से बाहर होना बहुत दर्दनाक होता है, क्योंकि इसके बाद दोबारा भारतीय टीम में वापसी करना बहुत मुश्किल होता है. एक से बढ़कर एक टैलेंटेड खिलाड़ियों की मौजूदगी के कारण भारतीय टीम के सेलेक्शन में तगड़ा कम्पटीशन देखने को मिलता है.
संभावित टीम इंडिया
रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, केएल राहुल, ईशान किशन (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या (उपकप्तान), रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, वॉशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, जयदेव उनादकट
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज
पहला वनडे मैच, 17 मार्च, दोपहर 1.30 बजे, मुंबई
दूसरा वनडे मैच, 19 मार्च, दोपहर 1.30 बजे, विशाखापत्तनम
तीसरा वनडे मैच, 22 मार्च, दोपहर 1.30 बजे, चेन्नई