टीम इंडिया के गेंदबाज ने बढ़ाया दूसरे खिलाड़ियों का सिरदर्द, कही कुछ ऐसी बाते
News 24Hours Hub: टीम इंडिया का अगला मैच इंदौर मै है . इस मैच से पहले टीम इंडिया के घातक तेज गेंदबाज ने अपनी चोट पर बड़ा बयान दिया है. इस खिलाड़ी को कहना है कि कि वह पूरी तरह से फिट है.बहुत समय से ये टीम से बहार है .पिछले साल इनको जाँघ की तीसरी ग्रेड की चोट लगी थी
खिलाड़ी ने दिया चोट पर जवाब
पिछले साल दो बड़ी चोटों से जूझने के बाद भारतीय तेज गेंदबाज दीपक चाहर ने कहा है कि वह पूरी तरह से फिट हैं और 31 मार्च से शुरू हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग से वापसी करने को तैयार हैं. वह पिछली बार भारत की ओर से बांग्लादेश में दूसरे वनडे में खेले थे, जहां वह सिर्फ तीन ओवर गेंदबाजी कर पाए थे. साल 2022 में चाहर भारत के लिए केवल 15 मैच ही खेल सके थे और चोट के कारण टी20 वर्ल्ड कप से भी बाहर हो गए थे.
कुछ दिन पहले की कड़ी मेहनत
नेशनल क्रिकेट एकेडमी में रिहैबिलिटेशन के बाद चाहर आईपीएल की तैयारी कर रहे हैं जहां वह चेन्नई सुपर किंग्स का प्रतिनिधित्व करेंगे. चाहर ने पीटीआई से बातचीत में कहा, 'मैं अपनी फिटनेस पर पिछले दो-तीन महीनों से कड़ी मेहनत कर रहा हूं, मैं पूरी तरह से फिट हूं और आईपीएल के लिए अच्छी तैयारी कर रहा हूं.' उन्होंने कहा, 'मुझे दो बड़ी चोट लगी थीं. एक स्ट्रेस फ्रैक्चर था और एक जांघ की तीसरे ग्रेड की चोट. दोनों बहुत बड़ी चोट हैं. आप महीनों के लिए बाहर हो जाते हैं. चोट के बाद वापसी करते हुए समय लगता है, खासकर तेज गेंदबाजों को.'
टीम में लौटने के लिए दिया बयान
दीपक चाहरने कहा, 'अगर मैं एक बल्लेबाज होता तो मैं लंबे समय तक खेलता लेकिन एक तेज गेंदबाज के रूप में जब आपको स्ट्रेस फ्रैक्चर होता है, तो वापसी करना बहुत कठिन होता है. आप अन्य गेंदबाजों को भी पीठ या कमर की चोट को लेकर संघर्ष करते हुए देख सकते हैं.' दीपक चाहर ने पिछले महीने सेना के खिलाफ प्रथम श्रेणी मैच के साथ प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की थी लेकिन यह उनका एकमात्र रणजी ट्रॉफी मैच था.
वर्ल्ड कप में लोट सकते है
चोटों के कारण संभावित खिलाड़ियों की सूची में नीचे खिसकने वाले चाहर को इस साल के अंत में स्वदेश में वनडे वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम का हिस्सा बनने की उम्मीद हैं. उन्होंने कहा, 'मैं अपने पूरे जीवन में एक नियम से जिया हूं. अगर मैं पूरी तरह से अपनी इच्छानुसार गेंदबाजी कर रहा हूं, अगर मैं अपनी इच्छानुसार बल्लेबाजी कर रहा हूं, तो मुझे कोई रोक नहीं सकता है. यही वह मूल नियम था जिसके साथ मैंने अपने करियर की शुरुआत की थी.'