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डायबिटीज के मरीज के लिए भीगी मूंग की दाल है वरदान, खाने से मिलेंगे ये फायदे

मुंग की दाल के अंदर अनेक विटामिन पाए जाते है जिसके चलते इसका सेवन करने से हमे काफी फायदे मिलते है। आज हम आपको मुंग से होने वाले फायदों के बारे में बतायेगे। 
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News 24Hours Hub: मूंग दाल का सेवन करना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि मूंग दाल पोषम तत्वों से भरपूर होती है. वहीं इसमें विटामिन ए,बी और सी के अलावा कई मिनरल्स होते हैं. वहीं यह दाल प्रोटीन का खजाना है. इससे बॉडी के कई रोगों को दूर किया जा सकता है. वहीं अगर इसे आप भिगोकर खाते हैं तो यह आपकी सेहत को कई तरह से फायदे पहुंचाती है. ऐसे में हम यहां आपको बताएंगे कि भीगी मूंग की दाल खाने के क्या-क्या फायदे होते हैं. मधुमेह के लिए दाल में उड़द की दाल का उपयोग। उड़द की दाल फाइबर में उच्च है, इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 43 है, जो कम है और यह मधुमेह रोगियों के लिए उपयुक्त है इसके ज्यादा लाभ लेने के लिए हर दिन करेले से बनी एक डिश को भी अपने खाने में शामिल कर सकते हैं।

डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए मूंग दाल और स्प्राउट का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए रागी की रोटी और दाल सबसे उत्तम होगा।  100 ग्राम मड़ुआ के आटे में महज 0.6 ग्राम शुगर होती है। साथ ही इसमें फैट की मात्रा बेहद कम होती हैवहीं अगर भीगी हुई दाल को रोजाना खाते हैं तो आपको पाचन संबंधी समस्या से छुटकारा मिलता है. इसलिए रोजाना भीगी हुई दाल का सेवन जरूर करें. मूंग दाल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। डाइट चार्ट की मानें तो मूंग दाल में 38 ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स मापने की वह प्रक्रिया है, जिससे यह पता चलता है कि कार्बोहाइड्रेट से कितने समय में ग्लूकोज़ बनता है। 

अगर आप वजन कम करना चाहते हैं को मूंग दाल को डाइट में शामिल कर सकते हैं. इस दाल में कौलोरी कम होती है और फाइबर खूब होता है. जो आपकी भूख को शांत करने का काम करता है.करेले के ऊपर सूखा आटा और नमक डालें और करीब एक घंटे के लिए छोड़ दें. इसके बाद इसकी कड़वाहट दूर हो जाएगी और स्वाद भी बदल जाएगा.करेले का कड़वापन दूर करने के लिए एक कटोरी में 2 गिलास पानी और चावल भिगोकर उसमें करेले के टुकड़े करीब 1 घंटे तक भिगो दें. कसैलापन कम हो जाएगा.कड़वाहट दूर करने के लिए करेले को नमक-पानी में भिगोकर खा सकते हैं. आप चाहें तो करेले में अमचुर मिलाकर उसकी कड़वाहट को दूर कर सकते हैं. इसकी सब्जी बेहद लाजवा

मूंग की दाल में एंटीऑक्सिडेंट होती है जो हृदय हेल्थ के लिए फायदेमंद होती है. भीगी हुई मूंग दाल में घुलनशील फाइबर होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल  के लेवल को कंट्रोल करने का काम करते हैं. अंकुरित मूंग मधुमेह वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है क्योंकि इसमें कैलोरी कम और फाइबर और प्रोटीन अधिक होता है। इतना ही नहीं यह उन खाद्य पदार्थों में से एक है जो रक्त शर्करा के स्तर में अचानक वृद्धि का कारण नहीं बनता है