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काले गेहूं की खेती करने वाले किसान होंगे रातो रात मालोमाल, जानें कैसे

किसान को दुनिया का अनदाता कहा जाता है रबी फसल में अक्सर गैहू की 60%  से ज्यादा उगाई जाती है जिसमे 5 से 7% काली गेहूं की खेती की जाते है 
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black wheat

News 24Hour Hub: देश-प्रदेश  के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग  प्रकार की फसलें उगाई जाती है। फसलों की अच्छी उपज करने के लिए और किसान अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए  नई-नई फसलों का प्रयोग करते  हैंअब लगभग खरीफ की फसल कटाई का समय आ गया है। अब किसान रबी की फसल की तैयारी में लग गए हैं। ऐसे में आज हम आपको रबी के फसल में काले गेंहू की बिजाई करने का तरीका बताने जा रहे  हैं, और कम लागत ज्यादा मुनाफा  किसान कमा सकता  है  

काले गेहूं के फायदे

काले गेहूं में एंथ्रोसाइनीन यानी नेचुरल एंटी ऑक्सीडेंट व एंटीबायोटिक प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो हार्ट अटैक, कैंसर, डायबिटीज, मानसिक तनाव, घुटनों में दर्द, एनीमिया जैसे रोगों को खत्म करने में कामयाब होता है। काले गेहूं में कई औषधीय गुण मौजूद है, जिसकी वजह से इसका बाजार में काफी डिमांड है और उसी हिसाब से कीमत भी है।

काले गेहूं की खेती

यदि आप एक किसान हैं और आप चाहते हैं कि हम ऐसे फसल बोएं जिससे कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा सके आप रबी के मौसम में यानी अक्टूबर-नवंबर में काले गेहूं की खेती करें। इस खेती की खासियत है कि इसमें लागत भी कम लगती है और ये सामान्य गेहूं की तुलना में चार गुना अधिक दाम पर बिकता है।

 काले गेहूं की बुवाई

काले गेहूं की खेती के लिए अक्टूबर और नवंबर में होती  है। काले गेहूं की खेती के लिए प्रयाप्त मात्रा में नमी होनी चाहिए। इसकी बुवाई के समय खेत में प्रति एकड़ 60 किलो डीएपी, 30 किलो यूरिया, 20 किलो पोटाश और 10 किलो जिंक का इस्तेमाल करें। फसल के सिंचाई के पहले पहली बार 60 किलो यूरिया प्रति एकड़ डालें।

सिंचाई का सही समय

काले गेहूं की सिचाई बुवाई के 21 दिन बाद करें। इसके बाद समय-समय पर नमी के हिसाब से सिंचाई करते रहें। बालियां निकलते समय सिंचाई अवश्य करें।
साधारण गेहूं और काले गेहूं में क्या अंतर


 

काले गेहूं की सिचाई बुवाई के 21 दिन बाद करें। इसके बाद समय-समय पर नमी के हिसाब से सिंचाई करते रहें। बालियां निकलते समय सिंचाई अवश्य करें।
साधारण गेहूं और काले गेहूं में क्या अंतर