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पाकिस्तान में हुई रोटी की किल्लत, देश में आर्थिक तंगी आने से देश हुआ दिवालिया

पाकिस्तान पर हुआ हजारो करोड़ो का कर्ज जिससे देश हुआ दिवालियाऔर देश में फैली रोटी की किलत।  पाकिस्तान की अर्थव्यस्ता पड़ी गहरे संकट में। 
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Bhukmari

News 24Hours Hub: इस समय पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ कुबूल ही कर चुके हैं की पाकिस्तान दिवालिया हो चूका है जिसके चलते देश में गरीबी फैल चुकी है।  और इसीलिए अब हम पाकिस्तान को कुछ बहुमूल्य सुझाव भी देंगे ताकि ताकि वो इस तंगी से बाहर आ सके 

रोटी को मोहताज पाकिस्तान की परेशानी इससे थोड़ी कम हो सकती है. इससे वो अपना लगातार खाली हो रहा खजाना भर सकता है. उसको बस एक काम करना होगा, जिससे उसको करीब 2 हजार करोड़ रुपये मिल जाएंगे. दरअसल पाकिस्तान के पास कुछ ऐसी बहुमूल्य ऐसेट्स हैं, जो उसे बिना किसी शर्त इंस्टैंट कैश दिलवा सकते हैं. और ये एसेट्स क्या हैं जिनके माध्यम से पाकिस्तान पैसा कमा सकता है। 

आतंकियों पर है 2 हजार करोड़ का इनाम

बता दें कि पाकिस्तान के आतंकी उसके लिए किसी ऐसेट से कम नहीं है. जान लीजिए कि हिज्बुल चीफ सैयद सलाहुद्दीन अमेरिका ने 1 करोड़ डॉलर यानी पाकिस्तानी रुपयों में करीब 261 करोड़ रुपये का इनाम रखा है. इसी तरह हाफिज सईद पर भी 1 करोड़ डॉलर का नकद इनाम घोषित है. 

जबकि साजिद मीर पर 50 लाख डॉलर और मुल्ला फजलुल्लाह पर भी 50 लाख डॉलर का इनाम है. दाऊद इब्राहिम के सिर पर तो 2.5 करोड़ डॉलर का भारी भरकम इनाम घोषित है. इसी तरह सिराजुद्दीन हक्कानी पर 1 करोड़ डॉलर, खलील हक्कानी पर 50 लाख डॉलर, अब्दुल रहमान मक्की पर 20 लाख डॉलर और अब्दुल वली पर भी 30 लाख डॉलर का इनाम घोषित है.

दुनिया के हवाले करे ये आतंकी

और अगर पाकिस्तान अपनी धरती पर खुले आम घूमने वाले इन आतंकियों को पकड़कर दुनिया के हवाले कर दे, तो उसे बिना कुछ किए ही करीब 2,000 करोड़ रुपये मिल जाएंगे, वो भी कैश. इससे उसे दो फायदे होंगे, पहला तो उसे कुछ पैसे मिल जाएंगे और दूसरा दुनिया में उसकी छवि भी सुधरेगी. हो सकता है 

 तब भारत भी उसकी कुछ मदद कर दे क्योंकि पाकिस्तान की जनता को भी अब सिर्फ भारत से ही उम्मीदें हैं और वहां के लोग अफसोस कर रहे हैं कि काश विभाजन में उनके पुरखे भारत से पाकिस्तान न आए होते तो शायद नरेंद्र मोदी उनके भी प्रधानमंत्री होते.

कंगाल पाकिस्तान की हुई कॉस्ट कटिंग

गौरतलब है कि जब भी बाजार नीचे गिरता है या कंपनियों की माली हालत गड़बड़ाती है तो वो खर्च बचाने के लिए कॉस्ट कटिंग शुरू कर देती हैं, लेकिन आज हम आपको कास्ट कटिंग की जो स्टोरी बताने जा रहे हैं वो क्लासिक है क्योंकि इस बार कास्ट कटिंग किसी कंपनी ने नहीं पाकिस्तान की कंगाल सरकार ने की है.

 वो भी इसलिए ताकि देश में कम अस कम इतना आटा तो बचा रहे, जिसे कंगाली में ही सही, गीला तो किया जा सके. और इसीलिए आज हम पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का मजाक नहीं उड़ाएंगे, न ही हम उसके तेजी से गायब होते विदेशी मुद्रा भंडार के बारे में कुछ कहेंगे और न ही हम IMF से मिलने वाले उस कर्ज की बात करेंगे, जो शहबाज शरीफ के गिड़गिड़ाने के बावजूद नहीं मिला.

आज हम आपको पाकिस्तान की उन तरकीबों के बारे में बताएंगे जिसे अपना कर पाकिस्तान खुद को बचाने की कोशिशों में जुटा है. जनता की जेब पर कैंची चलाने के बाद अब शहबाज शरीफ एक कदम और आगे बढ़ गए हैं. और अब उन्होंने ऐलान किया है 

 देश की माली हालत सुधारने के लिए वो, उनके कैबिनेट मंत्री और राज्य मंत्री अब से कोई सैलरी नहीं लेंगे. यही नहीं पीएम, मंत्रियों के सलाहकार और उनके स्पेशल असिस्टेंट भी कोई तनख्वाह नहीं लेंगे. इतना ही नहीं, ये सभी VIP अपनी बिजली, अपने टेलीफोन, पानी और गैस के बिल भी खुद अपनी जेब से भरेंगे यानी इन्हे कोई भत्ता नहीं मिलेगा.


खैर ये तो कास्ट कटिंग की पहली किस्त है क्योंकि शहबाज शरीफ यहीं नहीं रुके. उन्होने कहा कि मंत्रियों और अधिकारियों के पास मौजूद सरकारी लक्जरी गाड़ियां वापस ली जाएंगी और उन्हें नीलाम किया जाएगा, ताकि कुछ पैसे जुटाए जा सकें. यही नहीं उनकी सुरक्षा में लगी गाड़ियां और सुरक्षाकर्मी भी वापस ले लिए जाएंगे. 

इसके अलावा मंत्रियों और अधिकारियों को हवाई यात्रा न करने के लिए कहा गया है. और निर्देश दिए गए हैं कि अगर हवाईयात्रा बेहद जरूरी हो तो मंत्री और अधिकारी सिर्फ इकॉनमी क्लास में सफर करेंगे. ये भी कहा गया है कि सरकार में शामिल लोग मीटिंग के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें, ताकि बेवजह की यात्रा में होने वाला खर्च बचाया जा सके.